अपने खिलौनों को ठीक जगह पर रखना, उनकी सफाई रखना, बुक्स को यथा स्थान रखना, STUDY TABLE को आयोजन करके रखना।
अपने कपड़ो को हुक या हेंगर में लगाना।
खाने की मेज लगाने में मम्मी की मदद करना।
घर के गार्डन में लगे पौधों को पानी देना, अगर उन्हें साफ करने का समय हो गया है तो बड़ो को बताना।
घर के पालतू जानवर के खाने का ध्यान रखना।
कचरा हमेशा कचरे का डिब्बा में डालना, खाली पैकेट्स या रेपर इधर-उधर नहीं फैलाना।
यदि आप किशोरों के हैं तो रसोई में मम्मी की भ्म्स्च् जरूर करें और उनसे कुछ सीखें। अपना शाम का नाश्ता बनाना सीखें।
किराने खरीदने में मदद करें और उसे घर लाने पर सही स्थान पर रखें।
दादा-दादी की हेल्थ चिकित्सा का भी ध्यान रख सकते हैं। स्कूल में कुछ नया सीख कर आए हैं तो ये भी आप उन्हें बता सकते हैं, उनके साथ शाम की सैर पर जा सकते हैं.
इस तरह अपने परिवार के सदस्य की मदद करके हम उनके काम में सहयोग कर सकते हैं। इससे हम जिम्मेदार और स्वतंत्र बनते हैं, टीमवर्क सीखते हैं, साथ ही बड़े भी इससे खुश रहते हैं।
प्राप्त करना अनिवार्य है गुरु दीक्षा किसी भी साधना को करने या किसी अन्य दीक्षा लेने से पहले पूज्य गुरुदेव से। कृपया संपर्क करें कैलाश सिद्धाश्रम, जोधपुर पूज्य गुरुदेव के मार्गदर्शन से संपन्न कर सकते हैं - ईमेल , Whatsapp, फ़ोन or सन्देश भेजे अभिषेक-ऊर्जावान और मंत्र-पवित्र साधना सामग्री और आगे मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए,