अखण्ड सौभाग्यवती युक्त जीवन में सुख-सौभाग्यमय शक्ति कवच
सौन्दर्य प्राप्ति रस-आनन्द प्राप्ति श्रेष्ठ वर की प्राप्ति
मनोकामनाओं की पूर्ति यश वैभव, सम्मान की प्राप्ति पूर्ण गृहस्थ सुख की प्राप्ति
गृह क्लेश निवारण कान्तिमय, प्रणय से ओत-प्रोत समस्त भौतिक सुखों की प्राप्ति
जिस जीवन में प्रणय अर्थात् प्रेम की वर्षा होती है, वह जीवन अधूरा कैसे कहा जा सकता है। प्रणय और प्रेम की देवी गौरी को माना गया हैं। आज सभी पूर्ण गृहस्थ सुख के आकांक्षी है और यह केवल भगवती गौरी की कृपा से सम्भव हैं। गौरी का स्वरूप ही यौवनमय, कान्तिमय तथा प्रणय से ओत-प्रोत है। प्रणय जीवन का आधारभूत सत्य है और प्रणय केवल कन्याओं के लिए ही आवश्यक ही नहीं है। यदि व्यक्ति चाहे वह पुरुष हो अथवा स्त्री हो, जीवन में प्रेम रस की कमी अनुभव करता है, जीवन में शुष्कता का अनुभव होता है तो वह गौरी लक्ष्मी कवच धारण करने मा= से ही जीवन में आनन्द-रस से ओत-प्रोत होने लगता है। कुमारी कन्या के विवाह में आ रही बाधाओं को या विवाह समय पर न होने पर भी गौरी कवच का पूर्ण रूप से प्रभाव होता ही हैं। गौरी लक्ष्मी कवच नियमित धारण रखने से श्रेष्ठ वर की प्राप्ति और आरोग्यता और सौभाग्यता में वृद्धि होती है।
प्राप्त करना अनिवार्य है गुरु दीक्षा किसी भी साधना को करने या किसी अन्य दीक्षा लेने से पहले पूज्य गुरुदेव से। कृपया संपर्क करें कैलाश सिद्धाश्रम, जोधपुर पूज्य गुरुदेव के मार्गदर्शन से संपन्न कर सकते हैं - ईमेल , Whatsapp, फ़ोन or सन्देश भेजे अभिषेक-ऊर्जावान और मंत्र-पवित्र साधना सामग्री और आगे मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए,