प्राचीन भारतीय आध्यात्मिक विज्ञान का पूर्णविकास
प्राचीन युगीन भारतीय ऋषि-मुनियों ने हजारों साल पहले साधनाओं, दीक्षाओं,, ज्योतिष , आयुर्वेद, कुंडलिनी, योग, अंक विज्ञान, रसायन विद्या व अन्य दिव्य आध्यात्मिक विषयों पर गूढ़ ज्ञान की खोज की थी। पूज्य गुरुदेव डॉ। नारायण दत्त श्रीमालीजी (तपस्वी जीवन में परमहंस स्वामी निखिलेश्वरानंदजी) सिद्धाश्रम से इस गौरवशाली प्राचीन भारतीय ज्ञान को पुर्नजीवित - कायाकल्प करने के लिए अवतरित हुए । उन्होंने 300 से अधिक पुस्तके, मासिक पत्रिका, हजारों मल्टीमीडिया सीडी, और दुनिया भर में हजारों साधना शिविरों के आयोजन से व्यक्तिगत मार्गदर्शन प्रदान करते हुए वेद, उपनिषद और पुराणों के व्यावहारिक पहलुओं को फिर से समाज के सामने प्रस्तुत किया।
- क्या आप आध्यात्मिक <strong>उद्धार</strong> तलाश रहे हैं??
- क्या आप अपने जीवन के असली <strong>उद्देश्य</strong> को ढूंढ रहे हैं?
- क्या आप तंत्र के माध्यम से अपने जीवन को <strong>सुधारना</strong> चाहते हैं?
- क्या आपको प्रतिदिन सुबह जागने से डर लगता हैं?
- क्या ऋण, बीमारी या षड्यंत्र लगातार आपके मन को <strong>विचलित</strong> कर रहे हैं?
- क्या आप व्यवसाय, वैवाहिक या पारिवारिक जीवन में समस्याओं-संघर्षो से झूंझ रहे हैं?
- क्या किसी ने आपके ऊपर <strong>टोना-टोटका</strong> कर दिया हैं।
- क्या आप अपने सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद परिणाम प्राप्त करने में <strong>असमर्थ</strong> हैं?
- क्या आप <strong>विपरीत</strong> ग्रह चाल - संयोजन से पीड़ित हैं?
- क्या आपका खर्च आपकी आय से अधिक है?
भगवान हम सब को प्यार करते हैं । उन्होंने प्रत्येक के लिए एक स्पष्ट उद्देश्य की कल्पना की है। हर व्यक्ति खास है। सबको अपने कर्मों के परिणाम भोगने पड़ते है। हमारे परिवार में हमारा जन्म हमारे नियंत्रण में नहीं था। लेकिन एक प्रबुद्ध गुरु हमें जीवन के वास्तविक उद्देश्य को पहचानने एवं हमारे कलुषित जीवन को एक बेहतर भाग्य में बदलने के लिए मार्गदर्शन दे सकते हैं। <strong>श्रद्धा , विश्वास</strong>एवं <strong>दृढ़ संकल्प</strong> से सब कुछ संभव है।
आइए, हम प्राणों की गहराहियों में उतर कर अपने <strong>आध्यात्मिक</strong> एवं <strong>भौतिक</strong> जीवन में सर्वांगीण सफलता & पूर्णता प्राप्त करें.।
साधना शिविर
नवम्बर 2024
SADHANAS इस महीने
नवम्बर 2024
शुभ मुहूर्त
तारीख |
रविवार 20, 27 अक्टूबर और 3, 10 नवंबर |
सोमवार 21, 28 अक्टूबर और 4, 11 नवंबर |
मंगलवार 22, 29 अक्टूबर और 5, 12 नवंबर |
बुधवार 16, 23, 30 अक्टूबर और 6, 13 नवंबर |
गुरुवार 17, 24, 31 अक्टूबर और 7, 14 नवंबर |
शुक्रवार 18, 25 अक्टूबर और 1, 8, 15 नवंबर |
शनिवार 19, 26 अक्टूबर और 2, 9 नवंबर |
दिन |
06: 00 - 06: 48 06: 48 - 10: 00
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07: 36 - 10: 00 12: 24 - 02: 48 |
06: 00 - 10: 48 01: 12 - 03: 36 03: 36 - 06: 00 |
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रात |
07: 36 - 09: 12 11: 36 - 02: 00 |
08: 24 - 11: 36 02: 00 - 03: 36 |
08: 24 - 11: 36 02: 00 - 03: 36 |
06: 48 - 10: 48 02: 00 - 04: 24 |
10: 00 - 12: 24 |
08: 24 - 10: 48 01: 12 - 02: 00 |
08: 24 - 10: 48 12: 24 - 02: 48 04: 24 - 06: 00 |
तारीख |
रविवार 17, 24 नवंबर और 1, 8, 15 दिसंबर |
सोमवार 18, 25 नवंबर और 2, 9 दिसंबर |
मंगलवार 19, 26 नवंबर और 3, 10 दिसंबर |
बुधवार 20, 27 नवंबर और 4, 11 दिसंबर |
गुरुवार 21, 28 नवंबर और 5, 12 दिसंबर |
शुक्रवार 22, 29 नवंबर और 6, 13 दिसंबर |
शनिवार 16, 23, 30 नवंबर और 7, 14 दिसंबर |
दिन |
07: 36 - 10: 00 12: 24 - 02: 48 |
06: 00 - 10: 48 01: 12 - 03: 26 03: 36 - 06: 00 |
06: 00 - 07: 36 10: 00 - 10: 48 12: 24 - 02: 48 |
06: 48 - 08: 24 08: 24 - 11: 36 |
06: 00 - 06: 48 10: 48 - 12: 24 03: 00 - 05: 12 05: 12 - 06: 00 |
09: 12 - 10: 30 12: 00 - 12: 24 02: 00 - 06: 00 |
10: 48 - 02: 00 05: 12 - 06: 00 |
रात |
07: 36 - 09: 12 11: 36 - 02: 00 |
08: 24 - 11: 36 02: 00 - 03: 36 |
08: 24 - 11: 36 02: 00 - 03: 36 |
06: 48 - 10: 48 02: 00 - 04: 24 |
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