जिस समय हम स्वयं (खुद) की खुशी के लिए एकान्त में या किसी के साथ अपनी पसंद की शौक को करता है और इसमें कोई हार जीत या नहीं है तुलना होता है। हम उस शौक के कार्यों को कर सकते हैं ताजा और सक्रिय महसूस करता हूँ। हम भूलवश अपनी कुछ नकारात्मक प्रतिक्रियाओं को अपनी शौक समझ लेना है जैसे कि TV दृश्य, गाने, गपशप करना या अपूर्ण में इंटरनेट या मोबाइल गेम चल रहा है। ये सभी आपकी शौक नहीं, बुरी लत होती है जिससे हमारा नुकसान ही होता है।
शौक तो वह होती है जिसमें आपको कुछ सीखने व अपने हुनर को और अच्छा करने का मौका मिला जैसे- गाना, कोई संगीत के उपकरण लहराना, ड्राइंग, चित्र करना, सायक्लिंग करना, शतरंज बजाना, कोई खेल जैसे क्रिकेट, Tएनिस] कबड्डी खेलना कोई विशेष नृत्य सीखे जैसे कथक, भरतनाट्यम या कोई अन्य। वह हमारी शौक हमें और आत्मविश्वास से लबरेज] निडर बनाता है साथ ही हमें अपने खाली समय में कुछ नया सीखने की प्रेरणा देता है (प्रेरणा स्त्रोत) देता है। हमारी शौक एक से अधिक हो सकता है या फिर समय या उम्र के साथ बदल सकता है। लेकिन हर व्यक्ति की कुछ न कुछ शौक बेशक ही होगा। जो हमें हमेशा प्रगतिशील (प्रगतिशील) सब्सक्राइब करें।
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