तो बच्चो जैसा कि आप सभी को पता है इस बार चौदह फरवरी के दिन बसंत पंचमी का पर्व है, जिसे माँ सरस्वती के प्राकट्य दिवस के रूप में मनाया जाता है, जो ज्ञान की देवी है। आज के दिन स्कूल में भी माँ सरस्वती को पूजा जाता है, उन्हें फूल चढ़ायें जाते है। वसंत पंचमी नाम से ही पता लग जाता है कि यह बंसत माह की पंचमी का दिवस है। इस सीजन को ऋतुराज यानि कि सभी सीजन्स का किंग कहा जाता है क्योंकि इस समय वातावरण बहुत ही खुशनुमा होता है। ठंड थोड़ी कम हो जाती है, पेड़ो पर नये पत्ते आने शुरू हो जाते है, पौधो पर नये नये फूल आने लगते है, यानि की सभी कुछ नया और सुहाना लगता है। इस दिन को पढ़ाई स्टार्ट करने के लिये अच्छा माना जाता है, आज ही के दिन छोटे बच्चो को हाथ में पेन्सिल देकर लिखना सीखाना शुरू किया जाता है।
ज्ञान की देवी माँ सरस्वती का ध्यान करने से पढ़ाई में मन भी अच्छे से लगता है। तो क्यों न इस बार बंसत पंचमी और सरस्वती पूजन पर हम भी पढ़ाई के साथ-साथ कुछ नई आदतें, नई शौक, कोई नया जुनून का पालन करें करना शुरू करें।
हम कुछ भी, कही से भी स्टार्ट कर सकते है, जैसे सुबह उठकर माता-पिता, दादी-दादा के चरण स्पर्श करना, गायत्री मंत्र बोलना, स्कूल जाने से पहले PROPER नाश्ता करना, व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखना, शब्दकोशसे रोजाना 4-5 नये शब्द सीखना, या फिर कोई भी नई अच्छी हॉबी को अपनाना।
तो बच्चो अभी भी देर नहीं हुई है अब भी आप कोई नई अच्छी आदत डालकर और यदि आपको अपनी स्वयं की कोई आदत गलत लगती है तो उसे भी छोड़कर, इस वर्ष नई शुरूआत कर सकते है। इस शुभ वसंत पंचमी, सरस्वती पूजन पर्व पर।
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