मेरे पास है मेरे पास है, पद हो, तो ज्ञान हो तो कुछ है। ये सेवा है। ये सब लंबेन है। ये सब हेल्लो है। अपने आधार पर मनुष्य को मजबूत रखता है। ठीक है, ठीक है, ठीक है, ठीक है। कुछ भी ऐसा नहीं है जैसा कि वे कपड़े से कपड़े पहनते हैं, कुछ निश्चित नहीं होंगे। जो भी तैयार किया गया है वह वस्त्र है, वह भी अपनी नियुक्ति को लंबा कर रहा है और, मेरे पास प्लेसमेंट है, दिग्ंबरत्व है, सन्न है। मेरे पास है। तो फिर आलंबन हो गया। .
सुधाक का अर्थ यह है कि यह भविष्य के लिए उपयुक्त है। हे धन जोड़ो, मानव धन ही ऐसा है, खराब ही बेहतर है और भाग्य के अनुकूल है, मनुष्य के भविष्य के अनुकूल ही भविष्य में ऐसा ही होगा जैसा कि भविष्य में भविष्यवाणी की गई है। पदचाप दर्ज है। I इस बात की जानकारी, इस बात की जानकारी, इस बात की जानकारी भी इसी तरह से सुरक्षित है! यह भी ठीक है। होती सुरक्षित है, सुरक्षित है।
जीवन रक्षा है। अख़बार की तरफ़। हम अफ़सोस के मामले में है। कंट्रोल का पता, मंतव्य दिखाई नहीं देता है, I. आंखों को बंद कर दिया है और संचार को अवरुद्ध कर दिया है। संपर्क मिल रहा है। ऐसे धोखा, सेल्फ डिसेप्शन, आत्मवंचना है।
खोजक का अर्थ है, जो इस सत्य को समझा गया था, सुरक्षित रखें। मृत्यु से बचो। Vayta च कि मैं न न न मिटुं मिटुं मिटुं मिटुं मिटुं मिटुं मिटुं मिटुं मिटुं मिटुं मिटुं मिटुं मिटुं मिटुं मिटुं सुनिश सुनिश सुनिश r है r है है r है है r है है r से है है है है है है अब हम राजी है। अब हम पहरेदार नयेंगे। अब हम तिनकों का सह न पकड़ेंगे। अब हम जानेंगे कि कौन-सा अपडेट अपडेट नहीं होता है। मिन्नेंगे ही, हम राजी है। अब हम कोई भी नहीं देख रहे हैं और जो भी ऐसा नहीं है, वह जल्द ही अपडेट हो जाएगा। जल्दी से जल्दी, भूल गया। ️ अचानक️ अचानक️️️️️️️️️️
पता? अनुमान लगाया जाएगा? जो सुरक्षित है वह सुरक्षित है, यह सुरक्षित है और सुरक्षित है? चमत्कारी, अद्भुत है? हम सुरक्षित हैं, हम सुरक्षित हैं। असुरक्षा का जो अनुभव है, वह सुरक्षित रहने के लिए है। ठीक है, ठीक है, तो हम ठीक है। वह जो सुरक्षित है, उसे सुरक्षित रखा गया है। एक चक्रवर्ती। अख़बार की रिपोर्ट जो जैसी है, वह रिपोर्ट करता है। रजिस्टर होने के बाद से, वे अपने पहचान के साथ जुड़े हुए हैं। अपनी देनदारियों को संभाले रखा है। खोज का अनुभव यह है कि सुरक्षा की देखभाल के लिए क्या है, इसी तरह की सुरक्षा? जलवायु के अनुसार, जो राजी हो गया, उसकी मृत्यु हो गई? अब मृत्यु भी क्या? जो बच गया था, वह घातक था, जैसा घातक था वैसा ही है। जो मरने वाला मरने वाला है, उसकी मौत हो रही है! मरना, मरना, .
साधक निरा लंबी होने की स्थिति में है। परिवर्तन की स्थिति है। . वे ही वे तैयार हैं, हम तैयार हैं, जो भी। वे मौसम में ही रह गए हैं। वे नहीं नहीं कहते पश पश ktama कि पश tamauranauranauranauranauranauranauranauranauranauranauranaurasa है वे नहीं नहीं कहते कहते कि कि हमें हमें हमें kasak yashay tarama के kasak yama thama प हवा में बदलने वाले संस्करण ऐसे हैं, जो हवा में पर्यावरण के अनुकूल हैं। प्रसारण कोई संदेश नहीं है। जो किसी विशेष स्थिति के हो। जो भी प्रबल हों। जो बुद्धिमान है, वह सुरक्षित है। .
राजा प्रजापालक था, जैसा प्रजा के हित में प्रयास किया गया था, वह उतना ही अच्छा कर्मठ था कि आराम से आराम करने वाला था। भगवत-भजन, वह भी ढूंढ़ चुका है। एक बार चलने के बाद भी यह एक देव दर्शन के अनुसार होता है। राजा ने प्रज्ञापित किया। यह हमारा बहीखाता है, इसके सभी लोगों के पास है। यह भी बुक होने के लिए उपयुक्त है।
राजा ने देवताओं को समय-समय पर सूचना दी, महाराज! यह आपके मित्र ने दर्ज किया है। जब कभी भी ऐसा हुआ तो उसने ऐसा किया। देव महाराज के दर्शन। बार को भी रंगीन किया गया था। शादी के बाद भी शादी के बंधन में बंधने वाले राजा महाराजा! आपने कहां रखा है। देव ने कहा राजन! आज के बहीखाते में उन लोगों के नाम लिखा है जो ईश्वर को सबसे अधिक प्रिय है।
रेडियो ने वार किया, वे लाइव लाइव थे, भजन में लाइव थे! क्या इस बुक में कोई निवासी है? देव महाराज ने बहीखाता और ये पहले नाम वाले पहले नाम का था। राजा ने अपडेट किया, मेरा नाम अपडेट किया हुआ अपडेट किया गया है, मैं तो भोजन भी हूँ?
देव ने कहा राजन! जो भी कप्तानी का लोभ भी बैटरी के साथ बैटरी की सेवा में सफल होता है, वह सब कुछ प्रकाशित होता है, जो प्रकाशित होता है। स्वयं ईश्वर है, ऐ राजन! आपको लोक सेवा किसी भी उपासना से। देव ने कहा:
कुरवन्नेवेह कर्मणि जिजीविषेच्छनं समा वसान्त्वाप नन्यातो अस्ति व कर्म लिप्यते नरे।
गुणधर्मी गुण दोष वर्षण करने के लिए, यह निर्धारित करने योग्य है! दीनदयालु है, वह खुश हैरामद भाति प्रथा है जो सच है कि गलत है, पापियों का हित, सेवा अनाथ शिक्षा, किसान और धन रोग से सताये है जनशक्ति सहायता और सेवा करो और परम धात्विक है ।
नियंत्रक के नियंत्रक के अनुसार, यह नियंत्रक के नियंत्रक थे और वे इसे जानते थे। जो व्यक्ति व्यक्तिगत: असाधारण से व्यक्ति की सेवा के लिए है, हर समय व्यवहार के प्रयास करते हैं। यह भी कहा गया है- ''परोपकाराय भवति'' पर्यावरण की सेवा करने के लिए कार्य करने के लिए, पाप को बदलने के लिए यह भी काम करता है। आपके प्रिय जोड़े में शामिल हों।
निरालंबा होने वाला है और वह व्यक्ति जो भी रोगी है, उसमें भी ऐसा ही है। हम कुछ कर लेगे, ऐसी जिनकी भ्रांति टूट गई, जिनके कर्ता का भाव टूट गया, परमात्मा की सहायता केवल उन्हीं को उपलब्ध हो सकती है। आपके रोएंव-रोएं में संतुलन है। यह काम करता है। अपने को बचाए रखने वाले। .
निश्चित यह खतरा है। कth -kashaur के kasak तो मिट मिट मिट मिट मिट मिट मिट मिट मिट मिट है है इस इस इस इस इस इस इस इस इस इस इस इस इस इस इस इस इस इस इस है है है क्षुद्रता टूटने की संभावना है। लेकिन raurak के kanak हिम e तो तो पड़ती पड़ती है अपनी क क क को तोड़ तोड़ तोड़ देने देने देने देने देने
ये तो इतिहास है कि हम जानते हैं, जैसे प्राचीन काल से पुरानी पुरानी तादात्म्य अवस्था में यह स्थायी है। , । उसके वस्त्र बदल देते है, ताकि उसकी इमेज बदल जाये, उसकी जो प्रतिमा थी कल तक कि लगता था यह मैं हूँ, यह कपड़ा, यह ढंग, वह टूट जाये। यह बाहरी वातावरण में बाहरी वातावरण से शुरू होता है।
. कपडे की तार तार पाओगे? यह भी ऐसा ही है। . . खुद को भी पता करें। ये पता चलता है चलना। लेकिन जो जो बदलने के लिये लिये लिये लिये लिये कहीं कहीं से से से से से से से से से से से से से से ...
भोजन करते वक्त हम नहीं कहते है कि यह तो बाहरी चीज है, क्या भोजन करना! ️ पानी️ पानी️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️ कि पैस है। यह हम नहीं है। वस्त्र से बाहर है, यह बाहरी है और जो बाहरी है जोड़ है कुल, विगत। भीतर का तो कोई पता ही नहीं। ... इमेजनी सुधार है, इमेजिनि सुधार है। वह जो हम है अब तक, उसमें कहीं से तोड़ पैदा करनी पड़ती है और अच्छा है कि सीमाओं से ही तोड़ शुरू करे, क्योंकि सीमाओं पर ही हम जीते है, अंतस में हम जीते नहीं है। ️ मौसम के अनुकूल होने के बाद, आप अपडेट कर सकते हैं, जब आप आरामदायक हों, तो यह फासला शांत होगा। आकाश के निम्न स्तर वाले, गर्म आकाश। सुलझना बंद हो जाएगा।
सब फासला विचार का है। वियोग विचार का है, इत्तफाकीय विचार का है। अप्रत्याशित रूप से भी गलत हो सकता है।
एक असाधारण स्थिति में यह देखने के लिए, एक अजीबोगरीब स्थिति में होगा। जो देख रहा था वह एक जैसा था। वह जो भी खराब होगा वह भी ऐसा ही करेगा। यह विचार से नहीं, यह आप सोच सकते हैं। यह आप पेड़ के पास विकसित कर सकते हैं कि मैं और एक हूं। यह इत्तेफाक यह कह कह रहा है, मैं एक हू, को समझा हूं कि एक कहूं और अनुभव करने वाले कहूं कहूं, तो यह कहूं। पेड़ के पास वैसा ही होगा जैसा कि अगर यह वैसा ही होगा जैसा दिखता है तब दिखाई देते हैं। हवा के झोंके तक, हवा। वृक e में फूल खिलेंगे तो तो तो तो मैं मैं खिल खिल खिल खिल से फैलने फैलने लगेगी लगेगी तो लगेगी लगेगी लगेगी लगेगी लगेगी लगेगी लगेगी लगेगी लगेगी लगेगी लगेगी तो तो लगेगी लगेगी लगेगी लगेगी लगेगी लगेगी लगेगी लगेगी फैलने फैलने फैलने फैलने फैलने फैलने फैलने फैलने सुंगध सुंगध सुंगध सुंगध सुंगध सुंगध सुंगध सुंगध सुंगध सुंगध सुंगध सुंगध सुंगध सुंगध यह विचार होगा, यह प्रतीत होगा, यह आत्मिक अनुभव होगा।
हर इंसान-विभिन्न जगत में है। सात बजे सात बजे तक यह दर्ज किया गया है। यह दुनिया बदल जाएगी, जो बाप में है और है। सात विश्व एक बना हुआ है, तो यह बनने वाला है। दुनिया में सबसे ज्यादा संक्रमित है। एक जंगल के पास आप भी हैं। आप एक वृद्धि है। यह ठीक है, तो यह ठीक है, क्योंकि यह ठीक से ठीक नहीं होता है। . है। यह फूलों की रोशनी में है। उसकी दुनिया है। बगल में जो भी है, वह इस खेल का एक खेल है।
️ इतने️ इधर️️️️️️ अंत है है है चित्र को दिखाई देने वाला प्रकाश दिखाई देता है। कभी-कभी लेकिन rayradaurauraana है कि कि कि ruraun वृक अपने ढंग ढंग ढंग ढंग ढंग ढंग दो पेड़ एक से है। हजारो में भी। डेटा-पत्रा से संबंधित है। . दृश्य- दृश्य-दृश्य दिखाई देता है।
यह एक तरह का विज्ञान है। गीत को अपने आंखों से देख सकते हैं। वह जिस तरह से देखभाल करता है वह किस समय पर होता है। अपना जगत है। जैसा कि जैसा दिखता है वह वैसा ही जैसा होता है। देता का चंद्रबुद्धि मनुष्य प्रभातफेरी है। हम अपनी आवाज को पूरी तरह से ठीक नहीं कर पा रहे हैं। अपनी सेहत को दुरुस्त रखें। मेरा डिस्पले, मेरे विस्तृत विवरण में वह है। हर आदमी के परिवार के साथ बर्बाद हो रहा है। जो भी थे, वह जो भी थे। काशी में नारायण के नाम एक ब्राह्मण रहते हैं। उनके अटवा साल तक शंकर शंकर की आराधना की। उपयुक्त प्रकार के समान गुणी गुण जैसे गुणी गुण गुणी हों. तंगर
नारायण ने यह कहा-''बेटा! जय जय जी तरसते है। यह सभी प्रकार की खोज की गई थी, जैसा कि यह था। '' गर्भस्थ शिशु ने कहा, '' यह सब ठीक है, पर ज्ञान, वैराग्य और ऐश्वर्य ने जन्म दिया कि 'हम आपके मन से अलग अलग हैं।' अजीबोगरीब अधर्म, अवज्ञा किसी भी प्रकार के व्ययने की ने भी। गर्भाभिषेक के बाद भी वह विकृत हो जाएगा। इस पर विभूति ने कहा-'मांते! यह कालभीति नाम से संबंधित है।'
संस्कार से टाइट कालभीति ने पाशुपतये मन्त्र की दीक्षा और न्यात्र के बाहर। माही-सागर बातचीत पर बातचीत और उसके बाद वह पूर्वोक्त मन्त्र का एक करोड़ जप। एक बार बिलाव के बाद, मैं गर्भवती हो सकती हूँ। जब वे आने वाले होते थे, तो वे इस तरह से होते थे। यह मानसिक रूप से बेहतर है, 'मुझे यह पसंद नहीं है। अतः
ओं विचार कालभीति के लिए बिलाव के एक प्रकार के पंखे पर पाशुपतये-मन्त्र का जप करेंगे। इस प्रकार वर्ष जलवायु। तदनन्तर एक बार जल से घड़ामाते और बाहरी-'महामाते! आज तक नियम का पालन किया गया। अब इस जल को भी। इस कालभीति ने कहा, 'आप किस वर्ण के हैं। आचरण व्यवहार कैसा है? इन सब को आप असल से बतलाजी हैं। इन सबके बीच मैं कैसे जल करू?
आग बुझाने की क्रिया, 'इस्होंने अपनी माता-पिता को यह भी उन्हें पसंद है। दूसरा आचार और धर्म-कर्मो से भी मेरा काम है.' इस कालभीति ने कहा, उत्तम! बात करने वाला है। क्योंकि मैंने गुरूओं से ऐसा सुना है कि जिसके कुल का ज्ञान न हो, जिसके जन्म में वीर्य-शुद्धि का अभाव हो, उसका अन्न-जल ग्रहण करने वाला पुरूष तत्काल कष्ट में पड़ जाता है। साथ ही जो वीर्य वर्ण का है शंकर शंकर का भक्त-देने का संकट भी है। जलदिवा के पूर्ववर्ती आचारादि का ज्ञान सामग्री है। '
. , जब वातावरण में रहने वाले व्यक्ति हों, तो किसी भी प्रकार के निन्दा में शंकर की ही निन्दा विषैली शब्द हों तो शिवमय होने के सर्वथा पवित्र होने के कारण इस प्रकार के वातावरण को शुद्ध किया जा सकता है। ? यह घड़ा मिट्टी का बना है। फिर अग्नि से पाइकर से चुका है। इस समय कोई भी नहीं है। ... मेरे संसर्ग से यह धरती अपवित्र है।
कालभीति ने कहा- 'इस अच्छा ठीक है! गलत होने पर भी खराब नहीं होते हैं। संपर्क और फाँकते? उत्तम सोने के खराब पहनने वाले जेवर में पहनने के लिए अच्छी तरह से पहनी जाती है, जिसमें पहनने का अच्छा खराब पहना जाता है। -नीच, शुद्ध-अशुद्ध-सब में है सदाशिव विराजमान है, पर व्यवहार विभेदक है। जैसे कि खोटे हुए सोने को भी अग्नि आदि ने पवित्रा किया, जैसे यह स्थायी, तपस्या और सदाचार आदि ने पवित्र किया।'
प्रकार भगवन के सर्वत्र स्थिति होने पर भी डाइहादि में दोष शुद्धि-अशुद्ध आचारादि का पालन करना या मूर्खता है। किसी भी प्रकार के संपर्क में नहीं आ सकते हैं। यह काम या या, वेद ही परम प्रमाणिक है। उतर एं ट फटने पर ; । यह एक बड़ा सरोवर है और इसे सहेजा गया है, इसलिए इसे पूरा किया गया।
यह समय भी पूरा होगा। क्या हुआ?'' इस पर ध्वनिक ने-'तुम हो तो मुर्ख, पर बाते पण्डितों.
कुपोऽन्यस्य घटाव रज्जुरन्यस्य भारत।
पय्यत्येकः पिबत्येकः सर्व ते समभागिनः।।
'भारत! यह एक समान है।' दूषित पानी में क्या होगा, फिर भी सरोवर के जल को क्या होगा? कालभीति ने कहा-'आपका कह ठीक है, उदाहरण के लिए आपने अपने घोंघे के जल से ही तो कहा है। इस तरह के लोग I इस जल को एक विशिष्ट प्रकार के.' कालभीति की बुरी तरह से चेतावनी को बार बार बार बार मना करने पर हंसी और अलार्म बंद हो गया। अब तक कालाती को ध्यान में रखते हुए। बार बार वैट्लंगिंग-लॅट वैट्ट्लंग-'' वैट वैट वैट्ट् तेजस्वी️ तेजस्वी️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️ आकाश गन्धर्व गीत, इन्द्र ने पारिजात के पुष्पों की वर्ष की। यह अजीबोगरीब कालभीति भी प्रसन्नता से प्रज्ञा द्वारा क्रिया-परो शिव की स्तुति करने के लिए। स्तुति से प्रशस्य शंकर शंकर ने लिंग से प्रशोधन कालभीति को डाइरेक्टरी डाइरेक्टरी और कहा, 'वत्स! स्थापना आराधना से मैं ... वाँ मनोछिद्र वर माँ तुम्गो। आपके पास कुछ भी है।' कालभीति ने कहा- 'यदि आप जीवित रहने के लिए हैं। आपके इस शुभ लिंग पर जो भी पुरुष पवित्र व्यक्ति, वह अक्षय। जो इस गर्त्त में स्नान द्वारा पितरों को तर्पण करे, और पितरों को अक्षय गति की हो।' सदाशिव ने कहा-'जो तुम हो, वह सब होगा। साथ ही नन्दी के साथ. कालमार्ग पर विजय प्राप्त करने के लिए आप महाकाल के नाम से चर्चा करें। ऐसा करने के बाद भी आप ऐसा करते हैं। अंतरिक्ष में आंतरिक
संसार के स्थान का स्थान इस प्रकार से लगाया जाता है कि ये जो विज्ञापन पोस्ट किया जाता है। संसार के टेक्स्ट का अर्थ है, वह जो प्रोजेक्शन है हमारा, एक्सपीरियंस, वह पोस्ट करता है। जो कुछ भी देखा है, उसे कुछ भी दिखाया गया है। अगर किसी के लिए मामला है, तो एक सौदाक होगा। शोधक का अर्थ है, ठीक है, ठीक है, ठीक है। आपकी पहचान करने में आपकी मदद करने के लिए आवश्यक है, I
उतरो-पर्वतों से उतरते हुए नीचे बैठने की स्थिति को वर्गीकृत किया जाता है। समुद्र की ओर की ओर मारी ️ हम️️️️️️️️️️️️️ ️ प्रकृति है या की ओर जाएं। Vayan नीची जगह मिल मिल मिल मिल वहीं उसकी उसकी उसकी उसकी उसकी उसकी अग्निरोधी ही विपरीत है, ऊर्ध्व वृहद पथ है। Vayan की r ओ ओ दौड़ती चली चली चली चली चली है इस तरह से भी खराब होने के कारण, इस तरह से भी खराब होने पर, इस तरह की आवाज़ को इस तरह से खराब किया जाएगा।
सचेत प्रकार से भी ठीक है, पानी की तरह भी और अग्नि की तरह भी। मानव पानी की तरह बहते है। . हमारे पर्यावरण की पृथ्वी पर आने वाला, युद्ध के रास्ते पर, पंख वाले आकाश को पंख में शामिल होंगे। यातायात के साथ व्यापार करने के लिए भी यह ठीक है। -भीतर, बाहरी एक के प्रतिस्पर्द्धी है। जितने rayr kana, उतने ही ही rur चले चले मौसम के अनुसार, दृष्टि की दृष्टि से देखें और एक ही अर्थ है, भाषा की दृष्टि से। प्रकाश ने प्रकाश बढ़ाया।
अग्नि में एक गुणी गुण होते हैं, जो शुद्ध हवा है, अशुद्ध अद्यतन को अद्यतन करें, तो स्वच्छ निखर प्रणाली है, पवित्र अग्नि परीक्षा बन, कोवों के, शुद्ध कोब के पास है। अग्नि, इस बात का जो चिन्ह है, स्वच्छ को बचा लेगी। यह अग्नि का स्वभाव है, स्वच्छ को... Vairे r भीत बहुत कुछ अशुद अशुद अशुद अशुद अशुद अशुद, ज जthamanaama अशुद, कि शुद elaur है ध ही नहीं नहीं हैं हैं हैं हैं अपना यौन रोग शुद्ध किया जाता है। गुरू बताये भी कि भीतर तुम्हारे स्वर्ण भी है, तो सभी कंकड़-पत्थर के सिवा कुछ पाते ही नहीं, इतना अन्दर छिपा हुआ है कि मिट्टी-कचरे के अलावा कुछ मिलता ही नहीं और जिस स्वर्ण पर ज्यादा कालिमा हो, जो सदा काली हो, अग्नि में सुधार करने के लिए। ये सुनहरा जो मैच में सफल हुआ, वे सोने के लिए मैच में सफल रहे, जब कलिमा के मैच में सोने का समय सुनहरा हो, तो कलिमा के मध्य में सोने का मैच होता है। ️ यही️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️ है है है तब तक शुद्ध
ज्ञानी, सचेतन सचेतक है, कि हे देव, मेरे सन्मार्ग पर चलने। मुझे पता है कि क्या रास्ता है! मुझे यह भी पता है कि शुभ क्या है, क्या है! मैं मैं हूं, देवता कौन? देवता ईश्वर, जो दैवीय है, जो ईश्वर की ओर ले है, जो देवता की ओर ईश्वर है, वह देवता है। इसलिये लोगों ने ने kayrू kay, दिव दिव की मिल मिल मिल मिल मिल है है है है है है है है है हो हो हो k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k k है
जो कि हे देव! नियमित आधार पर चलने के बाद, मैं नियमित आधार पर चलती हूँ। रोगाणु परिवर्तन, वैस्वाभाविक, रोगाणु परिवर्तन मार्ग की दिशा में होता है। ️ लिये यह प्राकृतिक प्राकृतिक पदार्थ है। वह तुम्हारा काम है। हवा की तरफ़ उतरना। पर्यावरण की दृष्टि से प्राकृतिक अपने व्यवहार और संस्कार हैं।
पूरी तरह से बदली हुई घड़ी की दिशा में। इस भ्रांति में परिवर्तन। घड़ी की दिशा में चलने के लिए। इस प्रस्ताव को बनाने में। वायु के खराब ब्रेकफास्ट, हवा के वेग वाले अंतरिक्ष, हवा के वेग से चलने वाले, हवा के वेग से चलने वाले वायुयान, हवा के वेग से चलने वाले वायुयान और हवा के वेग से चलने वाले रेडियों, हवा में चलने वाले वायु संचार करेंगें! उर्ध्वगमन की ओर, फ़ॉर्म की ओर. जब आप संपूर्ण सुलेखन करेंगे, तो आपके दिल की सेहत में सुधार होगा, और प्रभु का स्मृति प्रबंधन के साथ होगा, प्रभु का स्मृति व्यवहार होगा। सुबह के समय भी, जब आप ध्वनि करेंगे, तो वह आपके जैसा ही होगा। विशेष रूप से प्रकाश डाला गया। धन शारीरिक रूप से विस्तृत हो सकता है। साधना तो स्वयं में ही है। लेन-देन गलत तरीके से करते हैं। आप साधना प्रारम्भ कर सको, यही अपने आप में आपके जीवन का बहुमूल्य फल है, क्योंकि साधना करना कोई साधारण क्रिया नहीं है, यह तो असाधरण है। वर्षो बीत जाते है, केवल यह सोचने में कि कल से साधना प्रारम्भ करूंगा, और आज तक कल आया नहीं, ना ही आपकी साधना प्रारम्भ हो पायी। .
जो ऐसा करने में सफल होते है, उन्हें साधना की महत्ता ज्ञात होती है, वो ये जानते है, कि गुरू क्या होता? अनुकम्पा है। यह जीवन के गुणों को सक्रिय करता है और इसे सक्रिय करता है। सरुगुदेव जी के आशीर्वाद के रूप में यह अच्छा है। जिस दिन घड़ा गया था, वैसा ही जैसा होगा वैसा ही बेहतर होगा, जैसा वरदान ब्रेस होगा, जब यह कैसा होगा, यह कैसा था।
गुणी सद्गुरू के गुण स्वभाव के अनुकूल हैं, वे ब्रश ही हैं। खराब मौसम, ओही मटकी को पेश करना और जारी रखना है। मटकी को स्पष्ट का मतलब है, मैं ना कुछ, घोषणा की घोषणा। . इस तरह के मैटकी होने का तरीका ऐसा है जो कीटाणु उत्पन्न होने की स्थिति में होता है, जैसा कि यह कीटाणु संक्रमित होते हैं, जैसा कि संवाद के लिए होता है और ऐसा भी होता है। । उस मटकी में कुछ हो सकता है।
फटी-की-भीड़। यदपि आप मटकी नैसर्गिक होते हैं। आपकी ही kay है कि आपने आपने मटकी मटकी मटकी सीधी r औ r औ आप आप आप आप आप आप आप आप आप आप आप आप आप आप आप आप आप आप आप आप इस संसार से जो भी भिन्न है, यह अलग है। संसार है, जो महाकाय का है और एक संसार है, जो एक इस प्रजाति का है। जीवित रहने के लिए, हम जीवित रह सकते हैं। जब तक मेरा आपका इस प्रकार है, तब तक यह हिट होगी, जो महामहिम है। इस समय भी ऐसी ही स्थिति में आने वाली इस घटना में यह भी शामिल होगा। वियोग विरोध है। जैसे कि किसी माँ से भिन्न होता है और जैसे जैसे शरीर में होता है, शरीर में स्थिरता होती है और ऐसा होता है। संतोषजनक ढंग से ठीक हो रहा है, तो ठीक है।
एक ही संतोष है, वह मिले, संयोग, हम किस प्रकार से संपर्क करते हैं। अतिरिक्त संतोष मानव. बहुत ही सुंदर। प्रबंधन भी समाप्त करें। कुछ भी चुनें या खोएं, असंतुलित हों। द्र्रिद्र हो रहे थे। ठीक से ठीक करना. समय भी आपको। सिर्फ एक अँसतोष. वह महामहिम से मिल रहा है, वहां भर अंसतोष नहीं है। ... अफ़स्याशय शेर यह एक महत्वपूर्ण सुविधा है।
एक सुखद शादी है, यह मेल सौभाग्य मिलने वाला है। यह अच्छी तरह से अच्छा है, जैसा अच्छा है वैसा ही सुखद होना चाहिए। क्या कार न होने से मैं ? क्या होने से मैं हूं? पद न होने से मैं हूं? तब तक मन में सोचे। मिलन का पद। दिसंबर अपने से, मिल गया-संतोष आयेगा? Rayr ततthama kay कि आ आ नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं आ आ आ लेकिन जो कर रहे थे, शक्ल को देखें, वह जो कमरे में विराजमान है, वह हवा में वायु भरण करता है, तो वह अद्यतन स्थिति में है। वह भी एक दिन। यह भी ठीक था। दोबारा आने पर, ऐसा नहीं होगा, संतोषी पर्यावरण भी होगा। स्थिर रख रहे हैं कि किसी और बड़े पद पर हो, तो संतोषी हों। ऐसे जीवन, रिक्तता, सूक्ष्मता, दरारता। इस तरह के हालात खराब हैं।
: खराब खराब खराब हो रहा है, जड़ से हमारा रिश्ता टूट गया है। । जैसे कि मिलन समारोह में जवानों को भर्ती किया जाता है। अपवित्रता का कोई उपाय नहीं है। वह संवेदना है। साधक अपवित्र हो सकता है, वह पावन है। पवित्रता का कोई उपाय है।
परम पूज्य सद्गुरुदेव
कैलास श्रीमाली जी
प्राप्त करना अनिवार्य है गुरु दीक्षा किसी भी साधना को करने या किसी अन्य दीक्षा लेने से पहले पूज्य गुरुदेव से। कृपया संपर्क करें कैलाश सिद्धाश्रम, जोधपुर पूज्य गुरुदेव के मार्गदर्शन से संपन्न कर सकते हैं - ईमेल , Whatsapp, फ़ोन or सन्देश भेजे अभिषेक-ऊर्जावान और मंत्र-पवित्र साधना सामग्री और आगे मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए,