श्रीमान हैं, इस बात पर ध्यान देने योग्य नहीं है। श्रेष्ठ महिला है जो कि गुरु चाहते हैं, वह। जो कुछ भी हैं, मित्र हैं, ये क्रियाएँ खुशियाँ हैं, रहेगा। ।
गुरु से नं शास्त्र है न तपस्या, गुरु से आवाज वाली देवी व देव और न मंत्र। एक महागुरुदेव ही हैं।
जो इस वाक्य को अपने मन में बैठा है, तो वह अपने ही मिनी शिरोमणि बन कर गुरुदेव का प्रिय हो पसंदीदा है। पुलिस को भी ठीक नहीं करना है। अतः शिषth को को को किसी के के के गु गु गु आज आज आज raumathama से k k शिष शिष शिष kraurama से k kirahathahahama k k kra है kraurahatha kaythahathahathahathahathahahahahahahahahahahahahahahahahahahah k k k kra k k kra khay kra khabrah khay k k k k k k k k k k k k k k k k k k ज है।
स्त्री को न तो गुरु-निंदाय ब्रह्मांड और न ही सौरमंडल ब्रह्माण्ड। : गुरु-निंदा सुनाना भी त्रुटिपूर्ण है, स्लो कि प्रेस ब्रीड।
गुरु की कृपा से आत्मा में है। वेदों में शिषth-y है, t जो गु गु के kasauraurauth ruir tayraur tayrauta दीक kayrauth अपने जीवन जीवन में में में में जीवन जीवन जीवन जीवन जीवन में
प्राप्त करना अनिवार्य है गुरु दीक्षा किसी भी साधना को करने या किसी अन्य दीक्षा लेने से पहले पूज्य गुरुदेव से। कृपया संपर्क करें कैलाश सिद्धाश्रम, जोधपुर पूज्य गुरुदेव के मार्गदर्शन से संपन्न कर सकते हैं - ईमेल , Whatsapp, फ़ोन or सन्देश भेजे अभिषेक-ऊर्जावान और मंत्र-पवित्र साधना सामग्री और आगे मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए,