अगर आप अदरक को देर तक संभाल कर रखना चाहते हैं तो उसे प्रतिक्रिया मिट्टी में भी दबा सकता है। मानसिक और औषधि के तौर पर अदरक को दुनिया भर में उपयोग किया जाता है। अदरक औषधि के रूप में बहुत ही परिणामकारक सिद्ध हुआ है। इसलिए इसे महाऔषधि कहा जाता है। अदरक स्वाद के साथ-साथ सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद हैं। अदरक में एंटी-इन्फ्रामेटरी, एंटी-ऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं, जो सिर दर्द, सर्दी-जुकाम और अपचन की समस्या से राहत देते हैं। अदरक में विटामिन ए, विटामिन ई, विटामिन डी, आयरन और कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
अगर आप एक्सरसाइज करने से मांसपेशियों में दर्द हो रहा है तो अदरक के इस्तेमाल से इससे आराम मिलता है। अगर किसी व्यक्ति को व्यायाम की वजह से दर्द हो सकता है तो रोजाना 2 ग्राम अदरक के सेवन से मांसपेशियों के दर्द को कम करता है। वैसे तो अदरक का असर तुरंत नहीं दिखता है, लेकिन इसके सेवन से मांसपेशियों का दर्द धीरे-धीरे कम हो जाता है।
ऑस्टियो आर्थराइटिस (ऑस्टियोआर्थराइटिस) ऑस्टियो आर्थराइटिस जोड़ों में दर्द और जकड़न पैदा करने वाली बीमारी से राहत देता है। इस बीमारी में अदरक का अर्क लिया जाता है तो दर्द में राहत मिलती है और अदरक, दालचीनी और तिल के तेल को एक साथ लगाने से ऑस्टियो आर्थराइटिस के दर्द में आराम मिलता है।
सभी महिलाएं मासिक धर्म के दर्द से जूझती हैं, किसी को यह दर्द कम होता है तो किसी को अधिक। अदरक के पाउडर से मासिक धर्म के दर्द को कम किया जा सकता है। मासिक धर्म के दौरान रोजाना एक ग्राम अदरक के पाउडर को गर्म पानी के साथ सेवन करने से मासिक धर्म के दर्द में राहत मिलती है।
खराब कोलेस्ट्रॉल की वजह से हृदय रोग की बढ़ती रहती है। हमारी खाये जाने वाली चीजों की वजह से कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता जा रहा है। हाई कोलेस्ट्रॉल वाले लोगों को सिर्फ 3 ग्राम अदरक पाउडर का सेवन करना चाहिए।
अदरक में एंटी ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो कई बीमारियों से बचाने वाले होते हैं अदरक में विटामिन भी भरपूर पाए जाते हैं जो शरीर को ऊर्जा देते हैं।
अदरक में विरोधी शत्रुता गुण होने से यह शरीर को एलर्जी और संक्रमण से बचाने का काम करता है अदरक शरीर को शिकायतों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है।
अदरक का उपयोग सर्दी जुकाम के लिए रामबाण के साथ जुड़ा हुआ है सर्दी जुकाम होने पर अदरक का काढ़ा पीने से बहुत आराम मिलता है।
अदरक के उपयोग से पाचन क्रिया मजबूत होती है, इसका उपयोग पेट दर्द और गैस की समस्या से होता है, अदरक में नींबू और काले नमक मिलाकर पीने से पाचन क्रिया मजबूत होती है।
अगर आप वजन घटाना चाहते हैं तो अदरक के शिकार के कारण अदरक की चाय का सेवन बहुत लाभ देते हैं तो अदरक पानी या अदरक चाय का सेवन करें अदरक में कोर्टिसॉल होने से पेट की चर्बी और शरीर में जमी अतिरिक्त चर्बी कम होती है।
अदरक में दर्द निवारक गुण होते हैं। अदरक का रस माइग्रेन के दर्द को नियंत्रित कर आराम देता है। माइग्रेन से पीडि़त लोगों के लिए अदरक का सेवन लाभकारी होता है।
हृदय को स्वस्थ बनाने के लिए भी अदरक का सेवन किया जा सकता है। अदरक में कई औषधीय गुण होते हैं। इसमें सूजन वाले छोटे कणों का प्रभाव, रक्त जमने की प्रक्रिया, बढ़े हुए ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने की क्षमता है। यही सभी प्रभाव संयुक्त रूप से हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
अदरक के रस के सेवन से कहकर ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के साथ ही इंसुलिन की सक्रियता बनाई जाती है। इस तरह यह लाइनिंग समस्या में प्रभावकारी प्रभाव डालता है।
अदरक को शारीरिक रूप से राहत पाने के लिए प्रयोग में लिया जाता है। इन योजनाओं में इन्फेक्शन से बचाव भी शामिल है। अदरक में एंटीमाइक्रोबियल (बैक्टीरिया को नष्ट करने वाला) गुण मौजूद होता है। इस कारण यह विभिन्न प्रकार के बैक्टीरिया से होने वाले संक्रमण से बचाता है।
अदरक का रोज सेवन करने से श्वास संबंधित लेने से राहत मिलती है वहीं अदरक में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट इसे एलर्जी और संक्रमण से भी भर देता है।
भूख कम लगने वाले व्यक्ति के भूख को बढ़ाने के लिए इसका सेवन किया जाता है। अदरक के सेवन से खाने के पोषक तत्वों को पचाने में मदद मिलती है जिससे भूख बढ़ाने में मदद मिलती है।
प्राप्त करना अनिवार्य है गुरु दीक्षा किसी भी साधना को करने या किसी अन्य दीक्षा लेने से पहले पूज्य गुरुदेव से। कृपया संपर्क करें कैलाश सिद्धाश्रम, जोधपुर पूज्य गुरुदेव के मार्गदर्शन से संपन्न कर सकते हैं - ईमेल , Whatsapp, फ़ोन or सन्देश भेजे अभिषेक-ऊर्जावान और मंत्र-पवित्र साधना सामग्री और आगे मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए,