आपके एक-एक क्षण में हजारों-हजार मंदिरों के द्वार खुल जाएंगे।
ज़बरदस्त मत, हर एक उच्छवास, हर सिसकारी इस रास्ते पर हज़ार-हज़ार दिए गए हैं, जिस रास्ते पर गुरु के चरण पड़ने में सक्षम हैं।
जहां-जहां गुरु के चरण पड़ेंगे, वहां-वहां एक नया मंदिर बनेगा, एक नए काबे का निर्माण होगा।
तुम मेरे प्रिय हंस हो, और मैं ईश्वर उड़ना सिखा रहा हूं क्योंकि कई वर्षों से एक ही स्थान पर रहने से तुम उड़ना भूल गए हो।
परिवार ने तुम्हारे पंख कतर दिए हैं कि जिससे तुम उड़ भर ही न सको और पैर में गृहस्थ की पैजनियां बांधा दी है, जिससे कि तुम निरभ्र आकाश में उड़ान का आनंद न ले सको ।
आपकी दृष्टि गूरे के ढेर पर जमा है, जिससे कि आप कर संग्रह की पहिचान ही न कर सको।
मैं तुम्हें बांधना सिखाता हूं, तुम्हारा पड़ोस से घनिष्ठता स्थापित करता हूं, और मानसरोवर में पकड़ की कला पकड़ता हूं।
प्राप्त करना अनिवार्य है गुरु दीक्षा किसी भी साधना को करने या किसी अन्य दीक्षा लेने से पहले पूज्य गुरुदेव से। कृपया संपर्क करें कैलाश सिद्धाश्रम, जोधपुर पूज्य गुरुदेव के मार्गदर्शन से संपन्न कर सकते हैं - ईमेल , Whatsapp, फ़ोन or सन्देश भेजे अभिषेक-ऊर्जावान और मंत्र-पवित्र साधना सामग्री और आगे मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए,