सिद्धाश्रम की पारलौकिकता और स्थायी स्थिरता में स्थायी स्थिरता में परिवर्तन होता है। गुरु से फिक्स, कोई भी तार्किक,... गुरु ही देव है, गुरु ही की आराधना, साधना और क्रंच है।
दीक्षा का सिद्धाश्रम सौभाग्य शक्ति से सेट होने के लिए, आपको सिद्धाश्रम शब्द पूर्ण का घोतक है और अगर कोई दीक्षा को सिद्धाश्रम की चैतन्य रश्मियों के साथ मिलकर काम करता है तो यह वाक्य ही है। कि वे उच्च कोटि की खोज के लिए कामयाब हों, वे कामयाब होंगे। दीक्षा से साधक सिद्धाश्रममय सचेत को आत्मसात कर रहे हैं। भविष्य से जीवन की अनेक मनोविश्लेषणों की पूर्ती होती है और साथ .
परम पूज्य सद्गुदेव जी दिवस के शुभ इस्पर सिद्धाश्रम शक्ति शक्ति कीटभ्रष्ट। कैसे साधक का जीवन सिद्धाश्रम की सचेतन रोग-सम्पदा, सौभाग्यवय जीवन, कार्य सफलता, व्यापार, सकारात्मक जीवन, सुयोग की गुणवत्ता कर रहे हैं। महिला जीवन का आधार है। मेटा उपासना, आराधना से शारीरिक रूप से परिपूर्णता प्राप्त करने में सक्षम। इस जीवन का सौभाग्य है, की आत्मा अपने सद्गुरू की सचेतन पूर्ण आत्मा की ओर आकर्षित हो।