कृष्ण श्लोक कह कह रहे हैं, शत्रु, अरुण ने सारथी, यधिष्ठिर ने दोस्त कहा, द्रौपदी ने, सखा कहा, मगर आप इन... यह सच है कि मैं कुछ-कुछ- ने भी ऐसा ही हूं।
। यह प्रिय प्रिय व्यक्ति को प्रिय है। दुश्मन के रूप में मैं जो भी शत्रु हूं, घोर शत्रु मैं, जो मित्र के रूप में हूं, मित्र के रूप में पूर्ण मित्र हूं, कोई सहायक के रूप में कोई है तो मैं हूं, जो भी अन्य हैं, जिस रूप में मैं भजता हूं, वह मुझे पसंद है। इस रूप में दिखने वाले रूप में वे आपके पास मौजूद थे। दुश्मन के रूप में दुश्मन के रूप में देखा गया है, ठीक है तो वह स्थिति है जो ये बताया गया है कि ये जन्म की मां प्रपस्ते- जो जैसी है, वैसा ही है, जैसा भी है वैसा ही है। से, वातावरण से, से, वह सोम से वैसी विचार प्राप्त कर रहे हैं।
अगर आप कहेंगे यदि मैं स्थिर स्थिति में हूं, आप इसे निष्क्रिय कर रहे हैं और इसमें बदलाव नहीं किया गया है। शत्रु रूपी भी अपने आप में हिंदी है, मित्र जैसा भी है, प्रेम रूप भी हिंदी है। हर जाँच अच्छी अच्छी है। करना कृष्ण ने भी खतरनाक रूप से हमला किया था, जब यह खतरनाक रूप से खतरनाक था।
ठर का काल का महत्व है। मगर हम दुश्मन हैं। यह जरूरी नहीं है। Vayan भी नहीं नहीं नहीं kana, kanama भी नहीं नहीं नहीं kasanama च नहीं नहीं है है है है लोग कुछ rurते नहीं rur औ rur घ rur घ r बंद r होक r होक होक होक शबth -y ग है t ग ktamaur t स rabraura r उसे त kthamamakt kayta, छोड़ yaurीत raurीत विपrीत rayrीत rayrीत rayrीत r धrीत rayrुव r kry rurुव r kry r r r r r r r r r r r r r r r r r k r r ज्ञान ही नहीं। यह प्रभावी नहीं है।
जैसे ही वे सक्रिय थे, वे भविष्यवाणी करते थे। राम ने कहा कि मैं इस राँक को तो मार सकता हूँ। मैं हूँ तो फिर से हूँ। विश्वामित्र ने कहा। एक घड़ी का अर्थ छत्तीसगठन। एक घडी बसा। खराब होने पर खराब होने वाला समय खराब होने पर खराब हो जाएगा। छत्सीस अवस्थाओं-त्योंक्षणों ने. विश्वामित्र संहिता को पढ़ेगा, ने राम राज तिलक से पहली वशिष्ठ को प्रज्ञापित किया, विश्वामित्र को प्रक्षेपित किया गया था कि आपने सही ज्ञान का परीक्षण किया है और यह आपके लिए अच्छा है, इसलिए आप इसे अच्छी तरह से तैयार कर सकते हैं। छोडने की क्रिया नहीं है। वास्तव में समय में बदलाव करने का समय, समय पर ही बदलते हैं। ️ मगर️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️
अब गल्तों में चैट करने के लिए चैट करने के लिए पिच पर चैट करें, क्रिटिक्स को क्रिटिक्स को टेस्ट करने के लिए कैमरा लें। मन में शंख ध्वज संवर्द्धन हो रहा होगा, ज्ञान प्राप्त हो तो ज्ञान प्राप्त होगा।
श्रीमान बार-बार जन्म में जीवित रहेंगे और जीवित रहेंगे, गर्भ से जन्म होगा और वे जीवित रहेंगे। । और मैं भी जानता हूं। मूवी खराब है, एक प्रकार का बुरा है। आप कुनैन नहीं, इससे निपटने के लिए मैं कुनैन की कोशिश कर रहा हूं। दुश्मनों के लिए आप सफल हो सकते हैं। मनुष्य का अर्थ होने की क्रिया है। जब kayna है तो तो तो होते वह वह कुछ कुछ कुछ कुछ कुछ कुछ कुछ कुछ कुछ कुछ कुछ कुछ कुछ कुछ एक की उम्र मान लोथ साठ में इस । यह जीवन को बदलने और बदलने के लिए जरूरी है और यह बदलने के लिए गलत है। नीति भी मायने रखती है। दैवत्व बनने से। शक्तिशाली हो, जोश हो, शक्तिशाली हो और साहस हो।
आप कला खेल या सुन सकते हैं। पृथ्वी पर हर साल 2 लाख लोग एकत्रित होते हैं। घुंघराला वह बब्रूवाहन की आवाज है। भीम का पुत्र डोनोटकच, घटोत्कच का बब्रुवाहन या बरबरीक। कृष्ण . जीत में एक बार और जीतें। अब ब्रह्मांड क्या है? बब्रुवाहन को और कहा- तुम कैसे वीर हो? तुम वीर हो भी? मैं कहूँ मैं हूँ।
तेज गति से चलने वाले तीर से इक्कीस को छेद और इक्कीसवाँ कृष्ण के पायर के लिए था। बरुवाहन ने कहा- श्री कृष्ण स्पेशल प्लीड ख़रीद भी छिद भी। उसने इतने इतने हुये पत पत पत को को एक एक एक एक छेद छेद छेद छेद छेद छेद
कृष्ण ने- पांडव टिक कर सकते हैं। यह बैटरी की रक्षा करता है। कृष्ण ने कहा या तो दुश्मन बन या एक वरदानी। एक काम कर लो। बब्रुवाहन ने कहा- आप जो भी करेंगे वह मैं करूंगा। । आप आशीर्वाद दें। जो आप मांगेंगे वह करेंगे। कृष्ण ने भविष्य में ब्रह्माण्ड को जन्म दिया है। बब्रुवाहन ने कहा। मैं हूँ मैं हूँ, यह मैं आपसे पूछ रहा हूँ। बस इतनी ही देर तक।
इस दुनिया में अपना हैक करके कृष्ण के पास जाओ। राजस्थान में एक जगह। प्र करेगा यह वीरता का उदाहरण है। अपने आप में इतना वीर्य बन गया है, शक्तिवान बन। फिर भी विशेष . वह पौरूष की उम्र में भी एक वर्ष की आयु में सक्षम होने के लिए सक्षम हो, सक्षम हो और वह हो तो हम से महापुरष, महापुरूष से देवत्व उपकरण। देवत्व लागू होता है। मैं rach कहूं उससे आप आप आप आप नहीं बन बन बन बन बन बन बन जब हमारी देखभाल के लिए अच्छी तरह से तैयार किया जाएगा, तो आवश्यक होने की स्थिति में सुधार होगा और व्यवस्था दुरुस्त होगी। मनुषth -kababata kir क नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं उसक कंट कंट कंट कंट में नहीं नहीं नहीं नहीं विशाल योगी हैं और योगियों के मन भी नहीं हैं, योगी होने के बावजूद भी यह कोई महत्वपूर्ण बात नहीं है। भृतहरि ने कहा, वायु, हवा और पी भी वशिष्ठ मित्र, विश्वामित्र, गर्ग, मन चंचला। क्या यह है? दिमाग़ स्थिर होने के साथ-साथ यह भी ठीक रहता है। मैं खाता हूँ, पीता हूँ, दूध हूँ, तो मेरा मन शान्त कैसे होगा?
कणादों ने न्यूनीकरण की प्रक्रिया को पूरा किया है। कणाद ने और कुछ लिखा हुआ है। उन्नत होने की क्षमता के अनुसार, हम भविष्य में सुधार कर सकते हैं। हम प्रजनन के कार्य कर रहे हैं। पर्यावरण के लिए आवश्यक हैं I , स्थिर देवत्व स्थिर रहने की स्थिति में है।
आपके अंदर जैसा है वैसा ही है। . ! अणुविवरण ️ देने , क्षण **। यह रहने के लिए उपयुक्त है।
धनवान बन सकते हैं, सक्षम होने के लिए सक्षम हो सकते हैं, क्षमता प्राप्त कर सकते हैं। कार्यक्रम के दैवज्ञ हो सकते हैं। भविष्यवाणी के अनुसार।
ये क्रियाएँ सक्रिय हैं जो सक्रिय हैं। मन्त्र का अर्थ है, मैं बोल रहा हूँ और आपके अलार्म बज रहे हैं। मैं बोलुँ और प्रभावी हो। मैं अगर करूँगा की गली दूँ तो पूरी तरह से तैयार होऊँ। ज्योही मैं गली होगी आप पूरी तरह से रोमांचित हो। मैंने ️ मगर आपके और मेरे बीच में क्या था? शब्द था! मैंने ... मैं पागल हो गया हूं। अगर आप खुद को अपराध करते हैं तो क्या करें?
आपके और मेरे बीच में हैं और ने मुझे परेशान किया है। ... मंत्र ! वह अच्छा है, बुरा है।
जब तक हम सफल नहीं होंगे तब तक पवित्र पवित्र होंगे— जल स्नान कुरयात—संकल्प, यज्ञोपवीत तालिका में हैं। तेरहमतमहमक्य्युर इस तरह शुरू होने के लिए.
Movie दोष दोष है ही। इसलिये नहीं नहीं कि उस उस स स स में में में में में में मे मे मे मे मे ️ साधना अब मैं इसे कर सकता हूँ। संक्रमित होने के लिए, यह सुनिश्चित करने के लिए कि वे बेहतर हो सकते हैं। फिर भी वह दुनिया को आगे बढ़ा रहा है। जो भी होगा वह करेगा, आप जो भी करेंगे वह भी। देवता जो भी पहले से ही है। कल्पवृक्ष अपने आप में देवता है।
आपके जीवन में भविष्य, यौवन, सौन्दर्य, स्वस्थ्य, पौष, जीवन के भोग विलास में मैं रहस्यमयी हो सकता हूँ। यह मैं माइक्रो हूं. मेरी सेवा मत करो। बैटरी से मैं सक्षम हूं। कृष्ण ने गोरक्षकों के लिए यह सुनिश्चित किया है कि यह आपके बैठने की स्थिति में है। वेरे ग्वाले लाठी टेकर पर्वत को वेयेंगे, मगर भी कृष्ण ने श्रेय दिया। मैं भी अच्छा हूं मैं सेवा कर रहा हूं। आप मेरी रक्षा करेंगे?
राम सीता को ढूंढ़ने के लिए, लेकिन उन इतवार को सुग्रीव को, नील को, हनुमान को। हनुमान जी आकार में रहते हैं और खुश रहते हैं। आप भी खुश हैं। तेरे तेरे कth -kirे हैं इसलिये आपको आपको आपको आपको आपको kasa अवस r मैं दे r मैं दे r दे दे दे दे आपसे कुछ कुछ कुछ कुछ कुछ कुछ कुछ कुछ कुछ कुछ कुछ कुछ कुछ कुछ कुछ मुझे मुझे मुझे आपसे आपसे आपसे मैं तो केवल केवल kanataana हूँ हूँ आप देवत देवत देवत देवत मय मय देवमय बन तो आगे के जीवन का गुण मंगल होगा, मानव शरीर तो व्यक्तित्व चर्ममय शरीर है, चामडी, मांस, हमस। कोई जांच नहीं है। जैसा कि आप जानते हैं कि आप खुश हैं, तो मैरिज करें और जब आप खुश हों तो आप ऐसा महसूस करेंगे। आप ही कहो- जलाव से।
क्या हुआ? 🙏 यह खतरनाक नहीं है, यह खतरनाक है। सुंदर था वातावरण हानिकारक है। परमेश्वर में सुधार हुआ है और वह स्वस्थ है। जो देवता बनेंगे, जो बनेंगे जो कृष्ण, जो बनेंगे जो कृष्ण, जो यम, जो कुबेर कूद्र, शिव, जो ब्रह्म हैं, वे खड़े हो जाएंगे। फिर से आपका जन्म जन्मपत्र. . ब्रह्मण्ड के लोग में खाते, जा सकेंगे .
या फिर अरुण को समझ में आने वाले लोग, मैं देवता, मैं महापुरूष कहूं और फिर खुद को पहचानूंगा। खतरनाक स्थिति नहीं है। ...
तब yahaur जthaman हुआ rurcun को, तो तो kasauna मैं मैं मैं मैं क क क दीक दीक दीक अब मैं मंत्र दूँ तो मंत्र जप करेंगें। . किसी भी तरह से, किसी भी तरह से किसी भी तरह से ️ नहीं️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️🙏 यह स्थिति असामान्य है, यह स्थिति इस प्रकार है, ब्रह्माण्ड रूप में यह विधि है।
यह उपचार भी हो सकता है, पूर्ण सुधारी देवत्व सिद्धि और यह दीक्षा के माध्यम से भी हो सकता है। सूक्ष्म जीवाणु के गुण होते हैं, अपने तपस्या का अंश प्रबंधक होता है। पुन: कार्य करने के लिए, वह अपने पूरे शरीर को खराब कर रहा है। ️ खाती️ खाती️️️️️️️ जब तक यह प्रतिरोधी नहीं होता है, तब तक यह प्रतिरोधी नहीं रहता है। क्या हुआ?
अगर वह बचपन में रहता है और मैं दीक्षा तो खराब हूं तो आप जीने वाले। Nष्टिकोण उपयुक्तं स जो भी योग्यता प्राप्त कर रहे हैं वे उत्कृष्ट हैं। ️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️ पौरूषता में एक मजबूत स्थिति सुनिश्चित होगी। जीवन को आगे बढ़ाया जा सकता है। भगवान आपके संपर्क में आने वाले कहलाने वाले। शरीर नारी का था, स्थिर शरीर का था। कृष्ण भी पूरी तरह से स्वरूप स्वरूप था और पूरा लक्ष्मी स्वरूप था।
निर्णय कहा गया? संचारीश्वर के संपर्क में आने से पहले। शिव के त्रिशूल में ऐसा नहीं किया गया था? क्या सुदर्शन चक्र में आई थी?
हृदय का संचार करने के लिए यह एक गायन है। एक बार फिर से, कृष्ण ने अपनी आवाज बुलंद की। पर्यावरण की रक्षा के लिए इसमें सुधार किया जाएगा। भक्त कवियों, ऋषियों ने, मुनि ने, नारी द्वारा बनाईं वे ने ने सोचा, योगा कृष्ण, शिव। एकाकार होने के समान है I रुका हुआ योग शब्द हम अपने आप में दक्षता की भावना को भी सम्मिलित करें। आंख से भी लज्जा, मुस्कुराते हुए, सम्पादित मोहन आए और हममें क्षमता और क्षमता भी आई।
🙏 शो से बाहर आयेगा, वेदना आयेगा, आयगी। चाहे️ आपका️ आपका️ आपका️ आपका️ आपका️ आपका️ आपका️️ आपका️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️ आयगी तो अपनी आने वाली है। अपने मन को आलोडि़त-विलोद जीवन में एक सुख, एक उल्लास, उमंग, जोश और जो प्राप्त करें। मन के चलने से पहले चिनगारी, सुनेग्वे। कबीर को यह कहा गया है। चैतन्य महाप्रभु कहूँ- मैं तो कृष्ण के दुश्मन हूँ।
यह भी जानते हैं कि किस स्त्री की पहचान की पहचान है? बिजली की तेज गति से चलने वाली बिजली, बिजली की तेज गति से चलने वाला फास्ट्रक लागू नहीं होगा। हमारे जीवन में एक बड़ा रोल है। . सत्यानाश भी सक्षम है, तो नारी शक्ति भी सक्षम है। महाभारत युद्ध हुआ। द्रौपदी ने कहा-तुम अंधे हो, अन्धो के अन्धे ही सम्बधित हैं।
यह एक वाक्य ने महाभारत बना दिया और चौंड़ी को दोबारा। एक सीता के पूर्ण रामायण बनेंगे, राम-रावण युद्ध पूरा होगा और पूरा पूरा होगा। यह सुंदर परमाणु खुशनुमा खुशनुमा सुगंध यह आपके उत्पादों को बहुत अधिक पसंद करता है और यह आपके उत्पादों की खोज करता है। अपने साथ एक बार कृष्ण से संपर्क करें I
कृष्ण ने कहा- राधा! बार बार जूडी हो। जीवन में पहली बार तुम चाहो भी तोड़ सकोगी। ये तो चार बजे तक, चार्ज करने वाले लोग। समाज क्या करे ? और समाज ने. नामुमनी की? नामुमकिन से क्या अच्छा है? और नाम से फिर भी अच्छा है?
समाज को जैसे जैसे लोग चाहते हैं, वैसा नहीं होगा, जैसा कि आप चाहते हैं। समाज बाग-पग की रूकावटों को है। इसका मतलब यह नहीं कि आप निर्लज्ज हो जायें, मगर इसका मतलब यह भी नहीं कि आप भयभीत हो जायें। जो कुछ निश्चित पर्सनैलिटी के साथ करें।
कुशल योग्यता के योग्यताएं और दक्षता, दक्षता योग साधना और दीक्षाओं के साधन से ही आगी। । मैं बार- बार-बार समझती हूँ। ️ इसका️ मतलब️ मतलब️️️️️️️️️️️️️️️️️️️❤️️ ' जब तक ऐसा नहीं हुआ, तब तक यह स्थिति खराब हो गई थी। कभी भी ऐसा नहीं किया जा सकता है। वे स्मृतियाँ आ सकती हैं।
यह भी जानते हैं कि यह निश्चित है कि मैं निश्चित हूं कि मैं हूं, कुछ निश्चित हूं, यह कि मैं मंदिर ओं, देवालय बना हूं, कुछ निश्चित हूं, काम कर रहे हैं बोलती हूं। ... उन लोगों की सेवा कर रहे हैं जो गरीब हैं, अशक्त हैं और वे कौन हैं? वे अपने खुद के कामों से हैं। गरीब गरीब बच्चों के लिए आप गरीब होंगें। अपने जीवन के अशक्त होने के बाद भी यह आपके जीवन में सफल होगा। यह आपके पास नहीं है, यह आपके पास होगा, यह आपके जैसा होगा वैसा ही होगा। आप में यह ठीक नहीं होगा।
यह भी जरूरी है कि आप ऐसा महसूस करें। यह सूक्ष्म बात नहीं है। यह अपने आप में एक है। Yaurू से कुछ प प rabramauthakthak rayrada नहीं नहीं बहुत बड़ी बड़ी बड़ी नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं मेरा और जुड़ना जुड़ना होगा, तो एक बढ़ा हुआ बड़ा होना घटना है, जो जोड़ा गया होगा, वह जोड़ा जाएगा, जो जोड़ा गया होगा, यह मजबूत बना होगा, ब्राह्मण बना होगा।
यह सुधार करने के लिए आवश्यक है। अम्ल से, अम्लता से, स्वास्थ्य में एक जीवन में सुधार होगा। एक पर एक गुलाब की कलम से गुलाब की तरह दिखने वाला, कीट से बीजारोपण ही जैसा दिखने वाला, वैसा ही विकसित होने वाला है जैसा कि आप समाज से दिखते हैं। आँख में चंगारी होगा, आप में स्नेह होगा, प्रेम होगा, एक मजबूत होगा। जब आप ऐसा करेंगे तो आप ऐसा करेंगे। मैं पहली बार हूं। उसके पहले पहले आप केवल श t श श t श t श श श श जिज जिज जिज
एक और युगल का अंतर है। अगर आप गुरु के साथ सामीप्यता अनुभव करते हैं तो एक इंच का अंतर है। अगली बार जब आप एक बार दिखाई देंगे, तो लाइव अपडेट होने के बाद आपको अपडेट होने की स्थिति में अपडेट होने की आवश्यकता होगी। जो कुछ भी खराब होगा वह बेहतर होगा। ు जो थिरकन नहीं है, हमारे चेहरे पर जो उल्लास नहीं है और ये जो सब माइनस पॉइंट्स है ये समाप्त हो जायें, ऐसी यह क्रिया है।
... जो raut मे rurे kanaut बीत kasaur वे rurrair होंगे।। न जाने हों। कृष्ण ने कहा- जा अब पूरे विश्व में नेचर का ठेका न सुधारा है, सुधारेगा। मुथ्थी भर चलने वाले दुनिया में चलने वाले और मुठ्ठी भर चलने वाले दुनिया में बदल सकते हैं। आकाशीय आकाशीयमंडल को आकाशीय वृहद रूप में भी देखा जा सकता है। कणाद ने पूर्ण रूप से उन्नत किया था। मैं आपसे पूरी तरह से हूं। मग r आपको rirे पrतurauthun शब r शब r को r को r को rastama tamana kanada kayna randa, ️ सुनना️ सुनना️️️️️️️️️️️️️️️ मैं रामायण की कथा सुनाना हूँ कि मैं जो कुछ भी कर रहा हूं, वह वैध है, जो कुछ भी पता चलता है वह जीवन में जीवित रहता है।
जैसा आप कसेंगे. बिटलते- अस्तव्यस्त भविष्य में खराब होने के बाद भी यह भविष्यवाणी की जाएगी। दोचालें अस्त-व्यस्त दिखाई देंगी। दोचार शेर दिखाई देंगे। : बात नहीं कर रहे हैं। पहचान एक अलग है। वह तो आज है, नहीं। कल लोक सभा अध्यक्ष आज सड़क पर हैं।
एक विस्तृत, हर युग्मीपुरुष, अद्वितीय पार्सल सौर्य, हजारा के बाद यह पासवर्ड, हर दिन, हर गली में ऐसा ही हो सकता है. जब तक यह ठीक है, तब तक यह ठीक है। बदलते समय के हिसाब से, प्रबंधन को अच्छी तरह से व्यवस्थित किया गया है और यह पूरी तरह से संतुलित है। गुरु नहीं होगा। आपकी धारणाओं को मैं टूटा हूं। तुम्हारे गर्भ दे दूं कि तुम कुछ भी कर सकते हो, मैं कहूं कि भगो तो तुम्हारे। दिमाग़ चालू है, ऐसा करने में सक्षम है। ...
कार्रवाई की जांच करें। मैं जॅमबैंग की क्रियाएँ करते हैं। मैं जिदंगी भरभभौरी। ... हरदम अपने आपको तोड़ा है और जोड़ने की क्रिया की है, यह मैं ही जानता हूं कि हिमालय कितना ऊबड़ खाबड़ है, यह मैं ही जानता हूं कि हिंसक पशु कैसे होते हैं, यह मैं ही जानता हूं कि गृहस्थ जीवन को संभालना कितना कठिन है, स्वस्थ होने के लिए उपयुक्त होने के बाद ही वे खतरनाक होते हैं। यह भयानक है। ... एहसास शायद अपनी क्षमता को नियंत्रित रखने में कामयाब रहे।
यह एक दोस्त, पिता-पुत्र के बीच का संबंध है। । मग r उसे अपने kasak की क t क t क क की कोशिश कोशिश में में में में में वह खुद की तरह बने, धोखेबाज बने, वह गुरु के वशीभूत बने। ️ कैमरे के किसी भी व्यक्ति को नहीं खेलना चाहिए।
रंध्र जो मानव शरीर से पूरी तरह से निपटने के लिए कर सकते हैं। पूरी तरह से आगे बढ़ने के लिए. दो अच्छे हैं। एक बच्चे में से पूरी तरह से बंद हो गया है, और किसी भी व्यक्ति से जुड़े रहने में वह शामिल है। तो नाभि के साथ नाल . . ️ उससे️ उससे️️️️️️️️ और बड़े होने के बाद ही चक्र में परिवर्तन होता है। जब तक यह ठंडा न हो जाए। इसलिये इसलिये rashauthak kana चंदन चंदन हैं कि यह यह भी भी भी भी भी भी भी यह यह यह यह कि तापमान में पूरी तरह से अनुकूल हों। चोंग कोई सुन्दरता की बात नहीं है।
अगर हम जानते हैं या गलत हैं, तो वे प्रसारण के चैनल से कर सकते हैं और नहीं भी कर सकते हैं। डीएनए से पूर्ण उन्नत भी हो सकता है। अद्यतन करने के लिए उपयुक्त हैं, और संपूर्ण अद्यतन कर रहे हैं। मैं एक बार हृदय से आशीर्वाद हूं।
परम पूज्य सद्गुरुदेव
कैलास श्रीमाली जी
प्राप्त करना अनिवार्य है गुरु दीक्षा किसी भी साधना को करने या किसी अन्य दीक्षा लेने से पहले पूज्य गुरुदेव से। कृपया संपर्क करें कैलाश सिद्धाश्रम, जोधपुर पूज्य गुरुदेव के मार्गदर्शन से संपन्न कर सकते हैं - ईमेल , Whatsapp, फ़ोन or सन्देश भेजे अभिषेक-ऊर्जावान और मंत्र-पवित्र साधना सामग्री और आगे मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए,