माँ छिन्नमस्ता शत्रुओं को छिन्न-भिन्न कर पूर्ण से नाश कर देती हैं, अर्थात आद्या शक्ति शत्रुओं और बाधाओं का सहज रूप से नाश करती है।
उसी के साथ कुबेरवत् धनागमन का स्रोत छिन्नमस्ता की दैत्य से प्राप्त होता है। साधक के जीवन में दो पक्षों भौतिक और आध्यात्मिक विकास का मार्ग प्रशस्त होता ही है, जगदम्बा स्वयं साधक का हाथ पकड़कर उसे श्रेष्ठता तक पहुंचाता है। इस मशीन की स्थापना से घर के सभी व्याधियां, परेशानियां, बाधाएं धीरे-धीरे खत्म होती जाती हैं और साधक निरंतर विकास की ओर बढ़ता रहता है।
नवरात्रि के चैतन्य दिनों में प्रातः काल पूजा स्थान में पूर्व की ओर मुंह कर बैठें। यंत्र का मंत्रोपचार पूजन पूर्ण करें, गिनें निम्न मंत्र का
21 मिनट मंत्र जप कर यंत्र को पूजा स्थान में स्थापित करें।
प्राप्त करना अनिवार्य है गुरु दीक्षा किसी भी साधना को करने या किसी अन्य दीक्षा लेने से पहले पूज्य गुरुदेव से। कृपया संपर्क करें कैलाश सिद्धाश्रम, जोधपुर पूज्य गुरुदेव के मार्गदर्शन से संपन्न कर सकते हैं - ईमेल , Whatsapp, फ़ोन or सन्देश भेजे अभिषेक-ऊर्जावान और मंत्र-पवित्र साधना सामग्री और आगे मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए,