इस यंत्र का विनाश इस विधि से होता है कि वह स्वतः ही चैतन्य और शक्ति युक्त बन जाता है। प्रत्येक परिधि और चतुर्भुज आपस में जुड़े हुए हैं, यंत्र विज्ञान के अनुसार विशेष रूप से सफल होते हैं। वास्तव में जिसके पास इस प्रकार का अधिकार श्रीयंत्र है, वह संसार में गौरवशाली, श्रेष्ठ और भाग्यवान व्यक्ति है।
इस यंत्र की स्थापना मात्र से ही व्यापार में कमी, कर्ज मोचन, संतति लाभ और भौतिक विकास के लिए उपयुक्त संपत्ति, दरिद्रता नाश, संपूर्ण ऐश्वर्य, भौतिक सुख-सम्पदा और अद्भुत ऐश्वर्य प्राप्त होता है। इस यंत्र को बुधवार के दिन पंचोपचार पूजन कर घर, दुकान या कार्यालय में स्थापित कर सकते हैं।
प्राप्त करना अनिवार्य है गुरु दीक्षा किसी भी साधना को करने या किसी अन्य दीक्षा लेने से पहले पूज्य गुरुदेव से। कृपया संपर्क करें कैलाश सिद्धाश्रम, जोधपुर पूज्य गुरुदेव के मार्गदर्शन से संपन्न कर सकते हैं - ईमेल , Whatsapp, फ़ोन or सन्देश भेजे अभिषेक-ऊर्जावान और मंत्र-पवित्र साधना सामग्री और आगे मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए,