शिक्षा, ज्ञान, सद्बुद्धि, संस्कार, वाक्चातुर्यता, आकर्षण, सम्मोहन की दृष्टि से यह दिवस अत्यन्त महत्वपूर्ण है। और भौतिक जीवन इन्हीं सिद्धांतों पर आधारित है।
जीवन में निरन्तर ज्ञान और विचार शक्ति का प्रभाव अवश्य होता है। व्यक्ति चाहे नौकरी करें अथवा व्यापार, सफल वही हो सकता है, जो श्रेष्ठ वार्तालाप कर सकता है। अपने कार्य पर पूर्ण विचार कर सकता है, सही समय पर सही निर्णय ले सकता हो, जो सही तर्क कर सकता हो, वाक्शक्ति के माध्यम से दूसरों को प्रभावित कर सकता हो, वही व्यक्ति जीवन में सफल होता है।
राजनैतिक जीवन में भी वही व्यक्ति उच्च शिखर पर पहुंच सकता है जो दूसरों के मन की भावनाओं को समझते हुए श्रेष्ठ वक्ता के रूप में अभिभाषण कर सकता हो। भगवती सरस्वती तो कालज्ञान वार्ता और प्रशासन की अधिष्ठात्री देवी है, उनकी सिद्धि के बिना मनुष्य अपने जीवन में किसी भी प्रकार की उन्नति नहीं कर सकता है। मोहिनी शक्ति सरस्वती का ही रूप है। सरस्वती का साधक आभा-आकर्षण युक्त, शांत चित्त वाला होता है।
सरस्वती की शक्ति न होने पर मनुष्य के जीवन में केवल देह बल रह सकता है और यदि पूर्व जन्मों का कुछ पुण्य हुआ तो थोड़ी बहुत लक्ष्मी रह सकती है, लेकिन यदि सरस्वती ही जीवन से निःसृत हो जाये तो देह शक्ति और लक्ष्मी भी चली ही जाती है। संसार में जितने भी महान् व्यक्ति हुये हैं, चाहे वे राजा महाराजा हों, सम्राट हों, ऋषि, मुनि हों और आदरणीय रूप में अपने क्षेत्र में उच्चतम शिखर पर पहुंचने वाले व्यक्ति हों, वे सब भगवती सरस्वती के कारण ही महान् बन सके।
जीवन की संरचना आपकी उत्पति है, लेकिन उस संरचना में विशुद्ध भाव को जाग्रत करना और उसके साथ ही दुर्बल, क्षीण व दरिद्र मानसिकता को समाप्त करना, साधक के स्वयं के भीतर निहित है। सरस्वती सरसता प्रदान करने वाली देवी हैं, यह उस शक्ति से संयोजित हैं, जिससे जीवन में शुष्कता समाप्त हो सके। शास्त्रों में ऐसी ही स्थिति को ब्रह्मविद्-वरिष्ठ की अवस्था के रूप में वर्णित किया गया है।
बंसत पंचमी की ज्ञानवर्धक, आनन्ददायक, मधुर सप्तरंगों से जीवन को सराबोर करने हेतु बसन्तोमय ज्ञान धन लक्ष्मी साधाना महत्सव 11-12 फ़रवरी 2016 रतलाम म-प्र में सम्पन्न होगा। जिससे जीवन ज्ञान धन लक्ष्मी से आपूरित हो सकेगा, साथ ही ऐसे दिव्यतम चैतन्य दिवस पर सपरिवार अपने बच्चों को सर्व ज्ञान वृद्धि अष्ट सरस्वती शक्ति दीक्षा, अष्ट सरस्वती ऐं अंकन करने से उच्च शिक्षा, श्रेष्ठ संस्कार, मेधावी, व्यवसाय, नौकरी में सुवृद्धि से जीवन हर स्वरूप में सुमंगलमय बन सकेगा।
प्राप्त करना अनिवार्य है गुरु दीक्षा किसी भी साधना को करने या किसी अन्य दीक्षा लेने से पहले पूज्य गुरुदेव से। कृपया संपर्क करें कैलाश सिद्धाश्रम, जोधपुर पूज्य गुरुदेव के मार्गदर्शन से संपन्न कर सकते हैं - ईमेल , Whatsapp, फ़ोन or सन्देश भेजे अभिषेक-ऊर्जावान और मंत्र-पवित्र साधना सामग्री और आगे मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए,