इस घोर कलियुग में सांसारिक जीवन में जिस प्रकार व्यक्ति विकास की ओर बढता जा रहा है, उसी प्रकार उसकी समस्याओं में भी तीव्रता से वृद्धि होती जा रही है,जो उसकी उन्नति में अनेक बाधायें उत्पन्न करती हैं। समस्यायें अनेक रूपों में आती ही रहती हैं।
इन सब के समाधान हेतु श्रावण मास के प्रारंभ में ही राज-राजेश्वरी ललिताम्बा कवच धारण करने से साधक का जीवन शिव-शक्ति से युक्त बनने की ओर अग्रसर होगा और जीवन के विषों को अमृत तत्व में निश्चिन्त रूप में परिवर्तित कर सकेगा ।
प्राप्त करना अनिवार्य है गुरु दीक्षा किसी भी साधना को करने या किसी अन्य दीक्षा लेने से पहले पूज्य गुरुदेव से। कृपया संपर्क करें कैलाश सिद्धाश्रम, जोधपुर पूज्य गुरुदेव के मार्गदर्शन से संपन्न कर सकते हैं - ईमेल , Whatsapp, फ़ोन or सन्देश भेजे अभिषेक-ऊर्जावान और मंत्र-पवित्र साधना सामग्री और आगे मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए,