सांसारिक जीवन में अर्थ के महत्व को पूरा विश्व स्वीकार करता है। बिना अर्थ के भौतिक जीवन की कल्पना करना असम्भव है। जिसने अपने जीवन में प्राकाम्य लक्ष्मी चैतन्य यंत्र को स्थापित किया उसके जीवन में लक्ष्मी अपने समस्त रूपों और समस्त ऐश्वर्य के साथ सुख-सौभाग्य, धन-धान्य, यश और प्रतिष्ठा प्रदान करती ही हैं। उसकी आर्थिक समस्याएं स्वतः ही पलायन हो जाती हैं वह निरन्तर आगे बढ़ते हुए आर्थिक दृष्टि से पूर्ण सम्पन्न् होने लगता है। होलाष्टक के चैतन्य दिवस पर गुरूदेव जी द्वारा विशेष रूप से प्राण प्रतिष्ठित प्राकाम्य लक्ष्मी चैतन्य यंत्र को धारण करने से सुस्थिति सुनिर्धारित होकर आर्थिक सुदृढ़ता प्रदान करती हैं। लक्ष्मी चैतन्य यंत्र को प्राप्त कर श्रीकूर्म जयंती 3 मई को प्रातः काल अपने पूजा स्थान में यंत्र का संक्षिप्त पूजन कर 108 बार मंत्र का जप कर अपनी मनोकामना बोल कर यंत्र को अपने गले में धारण करें।
कड़ा
.. ॐ ह्रीं श्री महालक्ष्म्यै मनोकामना पूर्ण होगी श्री ह्रीं फट्।
प्राप्त करना अनिवार्य है गुरु दीक्षा किसी भी साधना को करने या किसी अन्य दीक्षा लेने से पहले पूज्य गुरुदेव से। कृपया संपर्क करें कैलाश सिद्धाश्रम, जोधपुर पूज्य गुरुदेव के मार्गदर्शन से संपन्न कर सकते हैं - ईमेल , Whatsapp, फ़ोन or सन्देश भेजे अभिषेक-ऊर्जावान और मंत्र-पवित्र साधना सामग्री और आगे मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए,