आज के समय में किस की लाईफ में तनाव नहीं है? बचपन में तनाव शुरू हो जाता है, पढ़ाई का, परीक्षा का, अलग-अलग प्रतियोगिताएं में अव्वल आने का, पेरेंट्स भी बच्चों से बहुत उम्मीद रखते हैं, अपने सपने, इच्छाएं उन पर थोप देते हैं जिससे बच्चों का तनाव में आना लाज़मी है। और यह तनाव बचपन से लेकर बुढ़ापे तक चलता ही जाता है, इसका कोई अंत नहीं और यही कई बीमारियों का कारण भी बन जाता है।
यदि आप किसी डॉक्टर को भी दिखाएंगे तो सबसे पहले आपको खुश रहने के लिये ही सलाह देते हैं। यह दिवस हमें याद दिलाता है कि हंसना हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण पहलू है और हमें हमेशा खुश रहना चाहिये। ऐसा करके हम अपने शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक स्वास्थ्य का ध्यान रख सकते हैं।
हंसते वक्त हमारे शरीर से एंडोर्फिन नामक हार्मोन उत्पन्न होता है। जो हमारे शरीर दर्द, तनाव को कम करने में मदद करता है, हम तरोताजा महसूस करते हैं। प्रतिरक्षा प्रणाली, पाचन तंत्र भी चुस्त रहता है। सकारात्मक सोचने में मदद करता है।
इस प्रकार हंसना एक नेचुरल पेन किलर का काम करता है, साथ ही डिप्रेशन, निराशा, नकारात्मकता को कम करता है।
हंसने वक्त चेहरे की बारह मांसपेशियां हिलती है, जिससे चेहरे की मांसपेशियाँ की भी व्यायाम होती है, चेहरा GLOW करता है। हंसता हुआ चेहरा सभी को आकर्षित करता है। साथ ही आपके आस-पास के लोग भी खुश, सकारात्मक महसूस करते हैं।
एक अच्छी हंसी सभी दु:खों को ठीक कर देती है। तो आइए वर्ष विश्व हँसी दिवस पर खुश रहकर, परिवार-दोस्तों के साथ हंसी मजाक के साथ मनायें और जीवन के तनाव को कम करें।
प्राप्त करना अनिवार्य है गुरु दीक्षा किसी भी साधना को करने या किसी अन्य दीक्षा लेने से पहले पूज्य गुरुदेव से। कृपया संपर्क करें कैलाश सिद्धाश्रम, जोधपुर पूज्य गुरुदेव के मार्गदर्शन से संपन्न कर सकते हैं - ईमेल , Whatsapp, फ़ोन or सन्देश भेजे अभिषेक-ऊर्जावान और मंत्र-पवित्र साधना सामग्री और आगे मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए,
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