ऋषि आवाहन पूजा मुहूर्त: 08 सितंबर, रविवार दिवा 11:04AM से दिवा 01:32PM
अगर व्यक्ति स्वस्थ, निरोगी हो तो वह दिन भर ज्यादा अच्छा काम कर सकेगा और सफलता प्राप्त कर सकेगा। केवल मनुष्य में वह क्षमता होती है कि वह आध्यात्मिक दृष्टि से अपने नाम को ऊँचा उठाकर ब्रह्मलीन हो सके।
इसलिए ऋषियों ने एक ऐसा दिवस का चयन किया, जो अपने आप में तेजस्विता युक्त है, जो कि ऋषि पंचमी कहलाई। इस दिवस पर सद्गुरूदेव जी ‘सप्त ऋषि ब्रह्म वर्चस्व प्राप्ति सकल पीड़ा नाशक दीक्षा’ साधकों को प्रदान करेंगे। जिससे समस्त जीवन क्रम पुनः ऊर्जा से आपूरित हो जाता है और वह हर प्रकार से श्रेष्ठ बन पाता है। पूरी तरह से किसी व्यक्ति का आमूलचूल परिवर्तन इसी दीक्षा से सम्भव है, यह दीक्षा कोई मामूली दीक्षा नहीं है, ऋषियों के उस अवर्णनीय ब्रह्मत्व से आपूरित हैं। जो व्यक्ति जीवन में ये सभी बिंदु प्राप्त करना चाहते है उन्हें तो यह दीक्षा अवश्य ग्रहण करनी चाहिए।
प्राप्त करना अनिवार्य है गुरु दीक्षा किसी भी साधना को करने या किसी अन्य दीक्षा लेने से पहले पूज्य गुरुदेव से। कृपया संपर्क करें कैलाश सिद्धाश्रम, जोधपुर पूज्य गुरुदेव के मार्गदर्शन से संपन्न कर सकते हैं - ईमेल , Whatsapp, फ़ोन or सन्देश भेजे अभिषेक-ऊर्जावान और मंत्र-पवित्र साधना सामग्री और आगे मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए,
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